साईं राम तुम्हे मेरा प्रणाम, तुम हो इस जगत के नाथ। साईं राम तुम्हे मेरा प्रणाम, तुम हो इस जगत के नाथ।
काहे ढूंढे इधर-उधर तुम, साईं दिल में रहता है ।। सच कहना तो मुश्किल है, पर झूठ कभी तुम ना कहना काहे ढूंढे इधर-उधर तुम, साईं दिल में रहता है ।। सच कहना तो मुश्किल है, पर झूठ क...
अपने सरण में रखना ओ मेरे साईं अपने सरण में रखना ओ मेरे साईं
जिस दिन भी आत्मा होगी, उस दिन परमात्मा भी होंगे। जिस दिन भी आत्मा होगी, उस दिन परमात्मा भी होंगे।
तुमहो मेरे साथी साईं, मेरे ईश्वर मेरे भगवान। तुमहो मेरे साथी साईं, मेरे ईश्वर मेरे भगवान।
नहीं छिपता है कोई भी बात जिनसे, वो हैं अंतरयामि भगवान साईं नाथ अखिलेश्वर। नहीं छिपता है कोई भी बात जिनसे, वो हैं अंतरयामि भगवान साईं नाथ अखिलेश्वर।